SSLC Hindi Question and Answer: Karnataka Sampada
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Karnataka SSLC Hindi Textbook Answers—Reflections Chapter 15
Karnataka Sampada Questions and Answers, Notes, and Summary
Class 10 3rd Language Hindi Chapter 15
Karnataka Sampada
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I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
Question 1.
पश्चिमी घाट किसे कहते हैं?
Answer:
कर्नाटक प्रान्त में दक्षिण से उत्तर तक फैली लम्बी पर्वतमालाओं को पश्चिमी घाट कहते हैं।
Question 2.
कर्नाटक में कौन-कौन-से जलप्रपात हैं?
Answer:
कर्नाटक में जोग, अब्बी, गोकाक, शिवन समुद्र आदि खूबसूरत जलप्रपात हैं।
Question 3.
श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर मूर्ति की ऊँचाई कितनी है?
Answer:
श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर मूर्ति की ऊँचाई 57 फीट है।
Question 4.
किस नगर को सिलिकॉन सिटी कहा जाता है?
Answer:
बेंगलूरु नगर को सिलिकॉन सिटी कहा जाता है।
Question 5.
भद्रावती के दो प्रमुख कारखानों के नाम बताइए।
Answer:
भद्रावती में कागज, लोहे और इस्पात के बड़े कारखाने हैं।
Question 6.
सेंट फिलोमिना चर्च किस नगर में है?
Answer:
सेंट फिलोमिना चर्च मैसूर नगर में स्थित है।
Question 7.
बिजयपुरा नगर का प्रमुख आकर्षक स्थान कौन-सा है?
Answer:
बिजयपुरा नगर का प्रमुख आकर्षण गोलगुम्बज है।
Question 8.
अरबी समुद्र कर्नाटक की किस दिशा में है?
Answer:
अरबी समुद्र कर्नाटक की पश्चिम दिशा में है।
Question 9.
कर्नाटक की दक्षिण दिशा में कौन-सी पर्वतमालाएँ हैं?
Answer:
कर्नाटक की दक्षिण दिशा में नीलगिरी पर्वत मालाएँ सुंदरता बिखेर रही हैं।
II. दो–तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
Question 1.
कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ और जलप्रपात कौन-कौन-से हैं?
Answer:
कावेरी, कृष्णा और तुंगभद्रा कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ हैं। यहाँ जोग, अब्बी, गोकाक और शिवन समुद्र जैसे आकर्षक जलप्रपात भी हैं।
Question 2.
कर्नाटक के किन साहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ है?
Answer:
कुवेम्पु, द.रा. बेन्द्रे, शिवराम कारंत, मास्ति वेंकटेश अय्यंगार, वि.कृ. गोकाक, यू.आर. अनंतमूर्ति, गिरीश कार्नाड और चन्द्रशेखर कम्बार जैसे प्रसिद्ध साहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
Question 3.
बाँध और जलाशयों के क्या उपयोग हैं?
Answer:
कावेरी, कृष्णा और तुंगभद्रा नदियों पर बाँध बनाये गये हैं। इनसे हजारों एकड़ भूमि की सिंचाई होती है। इनके जलाशयों से विद्युत उत्पादन भी किया जाता है।
Question 4.
कर्नाटक के कुछ प्रमुख राजवंशों के नाम लिखिए।
Answer:
कर्नाटक के प्रमुख राजवंशों में गंग, कदम्ब, राष्ट-कूट, चालुक्य, होयसल और ओडेयर राजवंश शामिल हैं।
Question 5.
बेंगलूर में कौन-कौन-सी प्रमुख संस्थाएँ हैं?
Answer:
बेंगलूरु में भारतीय विज्ञान संस्थान, एच.ए.एल., एच.एम.टी., आई.टी.आई., बी.एच.ई.एल. और बी.ई.एल. जैसी बड़ी-बड़ी संस्थाएँ हैं।
III. चार–पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए :
Question 1.
कर्नाटक के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन कीजिए।
Answer:
कर्नाटक का प्राकृतिक सौंदर्य अद्भुत है। पश्चिम दिशा में लहराता हुआ अरबी समुद्र यहाँ की शोभा बढ़ाता है। यहाँ दक्षिण से उत्तर तक फैली पश्चिमी घाट की पर्वतमालाएँ मनमोहक हैं। इन पर्वतमालाओं का कुछ हिस्सा सह्याद्रि कहलाता है। कर्नाटक की दक्षिण दिशा में नीलगिरी पर्वत श्रेणियाँ और भी सुंदरता बिखेरती हैं।
Question 2.
कर्नाटक की शिल्पकला का परिचय दीजिए।
Answer:
कर्नाटक की शिल्पकला अनूठी और आकर्षक है। बादामी, ऐहोले और पट्टदकल्लु के मंदिरों की शिल्पकला अद्भुत मानी जाती है। बेलूर, हलेबीडु और सोमनाथपुर के मंदिरों में नक्काशीदार मूर्तियाँ देखने को मिलती हैं। श्रवणबेलगोला का विशाल गोमटेश्वर प्रतिमा और गोलगुंबज की वास्तुकला भी बेहद लुभावनी है। मैसूर का राजमहल और जगनमोहन राजमहल का संग्रहालय इसकी समृद्ध शिल्पकला का प्रमाण है।
Question 3.
कन्नड भाषा तथा संस्कृति को कर्नाटक के साहित्यकारों की क्या देन है?
Answer:
कर्नाटक के साहित्यकारों ने कन्नड भाषा और संस्कृति को समृद्ध किया है। बसवण्णा जैसे वचनकारों ने समाज-सुधार और धर्म की शिक्षा दी। अक्कमहादेवी, अल्लमप्रभु और सर्वज्ञ जैसे संतों ने प्रेम और दया का संदेश दिया। पंपा, रन्ना और कुमारव्यास ने महाकाव्यों को रचा। आज तक आठ साहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला है, जो कर्नाटक की साहित्यिक गरिमा को दर्शाता है।
IV. रिक्त स्थान भरिए:
- कर्नाटक को चंदन का आगार कहते है।
- गोमटेश्वर की प्रतिमा दुनिया को त्याग और शांति का संदेश दे रही है।
- मैसूर का राजमहल कर्नाटक के वैभव का प्रतीक है।
- कर्नाटक के अनेक साहित्यकारों ने सारे संसार में कर्नाटक की कीर्ति फैलायी है।
V. अनुवाद (कन्नड़ और अंग्रेजी में):
- कर्नाटक में कन्नड़ भाषा बोली जाती है और इसकी राजधानी बेंगलूर है।
- ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ ಕನ್ನಡ ಭಾಷೆ ಮಾತನಾಡಲ್ಪಡುತ್ತದೆ ಮತ್ತು ಬೆಂಗಳೂರು ಇದರ ರಾಜಧಾನಿಯಾಗಿದೆ।
- In Karnataka they speak in Kannada and Bangalore is the capital of Karnataka.
- कर्नाटक में चंदन के पेड विपूल मात्रा में हैं।
- ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಗಂಧದ ಗಿಡಗಳು ವಿಪುಲ ಸಂಖ್ಯೆಯಲ್ಲಿವೆ।
- There are plenty of Sandalwood trees in Karnataka.
- जगनमोहन राजमहल का पुरातत्व वस्तु संग्रहालय अत्यंत आकर्षणीय है।
- ಜಗನ್ನೊಹನ ರಾಜಮಹಲ ಪ್ರಾಚೀನ ವಸ್ತು ಈ ಸಂಗ್ರಹಾಲಯವು ಅತ್ಯಂತ ಆಕರ್ಷಣೀಯವಾಗಿದೆ।
- Jaganmohan palace is a most ancient beautiful Museum.
- वचनकार बसवण्णा क्रांतिकारी समाज सुधारक थे।
- ವಚನಕಾರ ಬಸವಣ್ಣನವರು ಕ್ರಾಂತಿಕಾರಿ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗಿದ್ದರು।
- Basavanna was a famous revolutioner.
VI. पर्यायवाची शब्द:
- सागर – जलधि – समुद्र – उदधि
- आगार – मकान – घर – गृह
- जल – तोय – पानी – नीर
- आकाश – अंबर – गगन – नभ
VII. विलोम शब्द:
- सुंदर – कुरूप
- विदेश – स्वदेश
- आदि – अनादि
- सजीव – निर्जीव
- सदाचार – दुराचार
- आयात – निर्यात
VIII. बहुवचन रूप:
- मूर्ति – मूर्तियाँ
- उपलब्धि – उपलब्धियाँ
- कृति – कृतियाँ
- नीति – नीतियाँ
- संस्कृति – संस्कृतियाँ
- पद्धति – पद्धतियाँ
IX. संधि विच्छेद और संधि का नाम:
- दिग्गज – दिक् + गज – व्यंजन संधि
- पर्वतावली – पर्वत + आवली – दीर्घ संधि
- संग्रहालय – संग्रह + आलय – दीर्घ संधि
- जलाशय – जल + आशय – दीर्घ संधि
- जगनमोहन – जगत् + मोहन – व्यंजन संधि
- सदाचार – सत् + आचार – व्यंजन संधि
- अत्यंत – अति + अंत – यण संधि
X. समास विग्रह और नाम:
- देश-विदेश – देश और विदेश – द्वंद्व समास
- जलप्रपात – जल का प्रपात – तत्पुरुष समास
- राजवंश – राजा का वंश – तत्पुरुष समास
- राजमहल – राजा का महल – तत्पुरुष समास
XI. सही विकल्प:
- कर्नाटक-आंध्र प्रदेश
- चामुंडराया
- कुवेंपु
- गोविंद पै
XII. अर्थ और वाक्य प्रयोग:
- तक (अंतर) – रोहन पिता के साथ बाजार तक चला गया।
- थक (थकान) – बूढ़े आदमी को थकान महसूस हुई।
- चोर (चोरी करनेवाला) – राजा ने चोर को सजा सुनाई।
- छोर (किनारा) – हिरन नदी के उस छोर चल गया।
- बात (बोली) – मेरी सहेली मुझसे बात नहीं करेगी।
- भात (पकाहुआ चावल) – छोइ को भात बहुत पसंद है।
- काल (समय) – काल सबसे बलवान है।
- खाल (चमड़ी) – मगरमच्छ की खाल बहुत सख्त होती है।
XIII. अनुरूपता:
- दक्षिण की पर्वतावलियाँ – नीलगिरी
- बेंगलूरु – सिलिकॉन सिटी
- सर.एम. विश्वेश्वरय्या – भारतरत्न
- मैसूर – चंदन तथा कागज
- जोग – जलपात
- गोलगुंबज – वास्तुकला
- जगनमोहन राजमहल – पुरातनवस्तु, संग्रहालय
- राष्ट-कूट – राजवंश
- कनकदास – कीर्तनकार
- कंबार – आधुनिक कवि
पाठ से आगे –
I. दिए-गए सही कारक चिह्न रिक्त स्थान में भरिए और इस अनुच्छेद के लिए उचित शीर्षक दीजिए :
(ने, को, से, का, की, के, के लिए, में, पर)।
- कित्तूर से नौ मील दूरी पर स्थित संगोली नामक एक छोटा-सा गाँव है।
- इसी गाँव के एक गडरिये परिवार में रायण्णा का जन्म 15 अगस्त सन् 1793 ई. को हुआ था।
- इनके पिताजी का नाम भरमण्णा था।
- रायण्णा की माता का नाम चंचोबा था।
- रायण्णा ने अपने भाई सिद्दण्णा के संग कसरत के साथ-साथ शस्त्राभ्यास भी किया।
- परिश्रम के फलस्वरूप कित्तूर रानी चेन्नम्मा के राज्य में रायण्णा मुख्य सेनापति के पद पर आरूढ़ हुए।
- उन्होंने अंग्रेजों को देश से भगाकर भारतमाता को स्वतंत्रता दिलाना ही अपना परम कर्तव्य माना था।
बाएँ से दाएँ –
- रायचूर जिले से विभक्त होकर उदित नया जिला – नाम पलट गया है। (3)
- सोने का खान यहाँ है। (3)
- प्रसिद्ध नाटक-अभिनेता वीरण्णा इस गाँव के थे। (2)
- इसे कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। (3)
- बीदर जिला के समीप का जिला केंद्र। (3)
- तुमकूरु जिले के सिद्धगंगा के साथ इस गाँव का नाम चुडा रहता है। (4)
- यह केलदी संस्थान की राजधानी है। (3)
- प्रसिद्ध मारिकांबा-मंदिर इस स्थान में है। (3)
- प्रख्यात तेज गेंदबाज श्रीनाथ इस गाँव के हैं – नाम पलट गया है। (4)
- कर्नाटक की राजधानी। (4)
- टीपू सुल्तान का जन्मस्थान। (4)
- रानी चेन्नम्मा का गाँव। (3)
- कर्नाटक में अत्यधिक वर्षा होने का स्थान। यहाँ से सूर्यास्त का दृश्य मनमोहक लगता है – नाम पलट गया है। (3)
- राजा, रानी, रोरर, रॉकेट को इस जलप्रपात में देख सकते हैं। (2)
- गुफांतर शिल्पकला का अद्भुत उदाहरण इस गाँव में देखा जा सकता है – नाम पलट गया है। (3)
- हेमावती नदी पर यहाँ बाँध बनाया गया है। (3)
ऊपर से नीचे –
- मूकांबिका मंदिर यहाँ है। (3)
- मडिकेरी के पास का विख्यात जलप्रपात। (2)
- कोडवा भाषा इस जिले में बोली जाती है। (3)
- शिवप्पनायक की राजधानी, अब एक जिला केंद्र स्थान भी है। (4)
- प्रख्यात जोग जलप्रपात इस गाँव में है। (4)
- साडियों को बुननेवाला यह गाँव बागलकोट जिले में
- शरावती नदी को लाँच दवारा पार कर इस गाँव की चौडेश्वरी देवी के दर्शन करना है। (4)
- हासन जिले के इस गाँव में बडे सुरंग द्वारा नदी का पानी बहाया गया है – गाँव का नाम पलट गया है। (3)
- हलेबीडु के साथ जुडा हुआ यह गाँव शिल्पकला | का जीता-जागता उदाहरण है। (3)
- अणु ऊर्जा उत्पादन केंद्र यहाँ स्थापित है – नाम पलट गया है। (2)
कर्नाटक संपदा [Karnataka Sampada] Summary
कर्नाटक भारत का एक प्रगतिशील राज्य है जिसकी जनसंख्या लगभग छः करोड़ है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता मनमोहक है। पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण से उत्तर तक विस्तृत पर्वतमालाएँ हैं। कर्नाटक की प्रमुख भाषा कन्नड़ है और इसकी राजधानी बेंगलूरु है, जिसे शिक्षा, उद्योग और विज्ञान का केंद्र माना जाता है। बेंगलूरु को ‘सिलिकॉन-सिटी’ के नाम से भी जाना जाता है।
कर्नाटक ने कई महान वैज्ञानिक और विद्वान दिए हैं, जिनमें सर सी.वी. रामन, सर एम. विश्वेश्वरय्या, डॉ. सी.एन.आर. राव और डॉ. शकुंतला देवी प्रमुख हैं। नारायण मूर्ति ने भी कर्नाटक का नाम विश्व में रोशन किया है। वर्ष 2013 में डॉ. सी.एन.आर. राव को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
कर्नाटक में सोना, तांबा, लोहा जैसी अनेक उपयोगी धातुएं पाई जाती हैं। भद्रावती में कागज, लोहे और इस्पात के बड़े कारखाने हैं। यहाँ चीनी, सिमेंट और रेशम के भी कारखाने हैं। कर्नाटक को ‘चंदन का आगार’ भी कहा जाता है। यहाँ की प्रमुख नदियाँ—कावेरी, कृष्णा, तुंगभद्रा—हजारों एकड़ भूमि को उपजाऊ बनाती हैं। जोग, अब्बी, गोकाक, शिवनसमुद्र जैसे जलप्रपात अत्यंत मनोहारी हैं।

कर्नाटक की बादामी, ऐहोले, पट्टदकल्लु जैसी शिल्पकला और वास्तुकला विश्व प्रसिद्ध हैं। बेलूरु, हलेबीडु, सोमनाथपुर के मंदिरों की मूर्तियाँ जीवंत प्रतीत होती हैं। श्रवणबेलगोला की 57 फुट ऊँची गोमटेश्वर मूर्ति आकर्षण का केंद्र है। विजयपुरा का गोलगुम्बज, सेंट फिलोमिना चर्च, जगनमोहन राजमहल और पुरातत्व संग्रहालय भी कर्नाटक की सांस्कृतिक धरोहर हैं।
कर्नाटक में अनेक राजवंशों ने शासन किया, जिनमें गंग, कदंब, राष्ट्रकूट, चालुक्य, होयसल और ओडेयर प्रमुख हैं। कृष्णदेवराय, मदकरिनायक, अब्बक्का देवी, कित्तूर चेन्नम्मा, पुलिकेशी द्वितीय जैसे शासकों ने राज्य की समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संतों जैसे बसवण्णा, अक्कमहादेवी, अल्लमप्रभु और सर्वज्ञ ने अपने प्रेरणादायक वचनों से मार्गदर्शन दिया, जबकि पुरंदरदास, कनकदास जैसे भक्त कवियों ने भक्ति और नीति की शिक्षाएं दीं। पंपा, रन्ना, पोन्ना, कुमारव्यास, हरिहर और राघवांक जैसे कवियों ने कन्नड़ साहित्य को समृद्ध किया।
वर्तमान में कुवेंपु, बेंद्रे, कारंत, अय्यंगार, गोकाक, अनन्तमूर्ति, कार्नाड और कंबार जैसे दिग्गज साहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ है, जो कर्नाटक की साहित्यिक समृद्धि का परिचायक है।